Essay on Solar Energy in Hindi | निबंध | निबंध लेखन |

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Essay on Solar Energy in Hindi | निबंध | निबंध लेखन |

 

सौर ऊर्जा

प्रस्तावना

सौर ऊर्जा से हमारा अभिप्राय सूर्य से प्राप्त होने वाली ऊर्जा से है, जिसे विद्युत तथा तापीय ऊर्जा में परिवर्तित करके हम अपनी दिन – प्रतिदिन की विभिन्न आवश्यकताओं की पूर्ति करते हैं | वर्तमान युग में सौर ऊर्जा की मांग और आवश्यकता तेजी से बढ़ रही है |

ऊर्जा के स्रोत

ऊर्जा को न तो पैदा किया जा सकता है और ना ही नष्ट किया जा सकता है, केवल इसका रूप परिवर्तित किया जा सकता है | मनुष्य को अपने सभी कार्यों को संचालित करने के लिए किसी न किसी रूप में ऊर्जा की आवश्यकता होती है और इस ऊर्जा का भंडारण प्रकृति ने विभिन्न रूपों  में कर रखा है | यह  ऊर्जा मनुष्य को दो प्रकार के स्रोतों से प्राप्त होती है ,  जो कि परंपरागत ऊर्जा स्रोत और गैर परंपरागत ऊर्जा स्रोत के रूप में जाने जाते हैं | परंपरागत ऊर्जा स्रोतों के अंतर्गत कोयला, पेट्रोलियम पदार्थ, पानी, नाभिकीय विखंडन आदि से प्राप्त उर्जा को सम्मिलित किया जाता है और गैर परंपरागत स्रोतों के अंतर्गत सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, भूतापीय ऊर्जा आदि को शामिल किया जाता है |

सौर ऊर्जा की आवश्यकता

ऊर्जा प्राप्ति के परंपरागत स्रोतों की सीमाएं हैं, वे कभी ना कभी समाप्त हो जाने हैं, इस कारण मानव समुदाय उनका विकल्प तलाशने के लिए चिंतित है और ऊर्जा के परंपरागत स्रोतों का श्रेष्ठतम विकल्प सौर ऊर्जा के रूप में ही दिखाई पड़ रहा है | यह ऊर्जा का एक अक्षय स्रोत है, जो कभी नष्ट नहीं होगा | जब तक सूर्य रहेगा, तब तक उसकी ऊर्जा हमें अनवरत रूप से प्राप्त होती रहेगी | अतः यह ऊर्जा का एक नवीकरणीय  स्रोत है | यही कारण है कि आज सौर ऊर्जा के उत्पादन पर और इसके उपभोग पर बल दिया जा रहा है | इसके उपयोग पर बल देने का एक अन्य प्रमुख कारण यह भी है कि यह ऊर्जा के अन्य स्रोतों की अपेक्षा बहुत सस्ता पड़ता है और इसके उपयोग में किसी प्रकार की हानिकारक किरणों या गैसों का उत्पादन नहीं होने से यह पर्यावरण को दूषित भी नहीं करता है | यह सर्वत्र उपलब्ध होने वाला एक अक्षय ऊर्जा स्रोत है |

सौर ऊर्जा की संभावनाएं

भविष्य में सौर ऊर्जा ऊर्जा के एक बेहतर विकल्प के रूप में सामने आ सकता है, क्योंकि परंपरागत ऊर्जा स्रोतों पर समाप्ति का संकट मंडरा रहा है और ऐसे में एक ऐसे ऊर्जा स्रोत की आवश्यकता परिलक्षित होती है जिसका भंडार कभी समाप्त नहीं हो | सूर्य एक ऐसा ही ऊर्जा स्रोत या भंडार है , अतः उसकी ऊर्जा का समुचित प्रयोग करने के लिए भागीरथी प्रयास किए जा रहे हैं | भविष्य में हमें सौर ऊर्जा से परिचालित होने वाले सभी प्रकार के घरेलू उपकरणों, व्यवसायिक उपकरणों, कृषि उपकरणों एवं यातायात के साधनों को देखने का अवसर मिल सकता है | आज इन उपकरणों की निर्माता कंपनियां इन्हें सौर ऊर्जा से संचालित करने  की दिशा में शोध करने में लगी हुई है और निसंदेह भविष्य में हमें इन सभी उपकरणों में सौर ऊर्जा का उपयोग देखने को मिलेगा |

भारत में सौर ऊर्जा

भारत एक ऐसा देश है जहां सूर्य का प्रकाश एवं ऊर्जा हर जगह आसानी से उपलब्ध रहती है | अतः यहां सौर ऊर्जा का उपयोग और अधिक सुगमता से किया जा सकता है | भारत सरकार अनेक सौर ऊर्जा संयंत्रों की स्थापना एवं संचालन कर रही है | आम लोगों को सौर ऊर्जा के उपयोग के लिए प्रोत्साहित करने के लिए  सरकारी स्तर पर अनेक योजनाएं चलाई जा रही हैं  तथा सोलर पैनल लगवाने के लिए अनुदान दिया जा रहा है | कैपिटल सब्सिडी योजना, एमएनआरई की लाईटिंग योजना,  कुसुम परियोजना आदि भारत सरकार द्वारा संचालित सौर ऊर्जा परियोजनाएं है, जिनका उद्देश्य किसानों तथा आम लोगों को सौर ऊर्जा  के उपयोग के लिए प्रोत्साहित करना है |

उपसंहार

वैश्विक पटल पर बढ़ते ऊर्जा संकट से निजात दिलाने में सौर ऊर्जा एक बेहतर ऊर्जा विकल्प के रूप में साबित हो सकती है | साथ ही परंपरागत ऊर्जा स्रोतों के कारण होने वाले पर्यावरण प्रदूषण को नियंत्रित करने  मैं भी सौर ऊर्जा सहायक सिद्ध होगी | अतः सौर ऊर्जा के अधिकाधिक उपयोग के लिए बढ़ावा एवं प्रोत्साहन देने की आवश्यकता है |  सौर ऊर्जा के भरपूर प्रयोग के माध्यम से ही हम भविष्य में ऊर्जा के संकट तथा पर्यावरण प्रदूषण की समस्या दोनों  से निजात पा सकते हैं |

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