बाल श्रम से हमारा अभिप्राय बच्चों को काम पर लगाने से है | किसी भी सभ्य समाज के लिए बाल श्रम एक अभिशाप से कम नहीं है | छोटे-छोटे बच्चों से उनके पढ़ने-लिखने, खेलने कूदने का अधिकार छीन कर उन्हें काम पर लगाना ही बाल श्रम कहलाता है |